हथेलियों का कर्ज़ हथेलियों का कर्ज़
क्यों रोती है बहना तेरे आंसू व्यर्थ ना जायेंगे । तेरी राखी वाली कलाई बनकर के मैं आऊँ क्यों रोती है बहना तेरे आंसू व्यर्थ ना जायेंगे । तेरी राखी वाली कलाई बनकर के...
शीश कटाया है ना जाने कितने वीरों ने, मुझे भी अर्पित हो जाने दो। शीश कटाया है ना जाने कितने वीरों ने, मुझे भी अर्पित हो जाने दो।
क्या निशान छोड़ता आखिर वो जिसे मिट्टी में ही मिल जाना था। क्या निशान छोड़ता आखिर वो जिसे मिट्टी में ही मिल जाना था।
टेसू के ये पुष्प तो देखो, अंगारे से दहकते हैं। टेसू के ये पुष्प तो देखो, अंगारे से दहकते हैं।
जब तक जला मैं शान से। मैं सबको प्रकाश दे गया। जब तक जला मैं शान से। मैं सबको प्रकाश दे गया।